नयी दिल्ली 30 अप्रैल :- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में क्लीन चिट दे दी है।
आयोग ने मंगलवार को कहा कि महाराष्ट्र के वर्धा में 1 अप्रैल को हुई चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ। इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा था। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए इसकी शिकायत चुनाव आयोग से की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अप्रैल को वर्धा में दिये अपने भाषण में कहा था कि श्री गांधी वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां बहुसंख्यक कम हैं। पार्टी को बहुसंख्यक लोकसभा क्षेत्र से अल्पसंख्यक लोकसभा क्षेत्र की और भागना पड़ा। उन्होंने कांग्रेस पर वोट-बैंक की राजनीति करने के लिए ‘हिंदू आतंक’ शब्द को उछालने और करोड़ों हिंदुओं को आतंकवादी की तरह पेश कर उनकी भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने यह भी कहा था, “हमारी 5,000 वर्ष पुरानी संस्कृति में, यह पहली बार है कि कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शांतिपूर्वक रहने वाले हिंदुओं को आतंकवादी कहने का पाप किया और पूरी दुनिया के सामने उनकी छवि धूमिल करने का काम किया।” उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को कैसे माफ किया जा सकता है।
जब आप लोग हिन्दू आतंकवाद की बात सुनते हैं तो क्या आप लोग दुखी महसूस नहीं करते। एक समुदाय जो शांति, भाइचारा और सद्भाव के लिए जाना जाता है, उसे आतंकवाद से कैसे जोड़ा जा सकता है। हजारों साल के इतिहास में एक भी ऐसा वाकया नहीं है जिसमें हिन्दू आतंकवाद का जिक्र हो, यहां तक कि ब्रिटिश भी यह नहीं कह सके।